राजस्थान इतिहास की 10 शॉर्ट ट्रिक
रतन सिंह के बहादुर सैनिकों के नाम याद करने की शार्ट ट्रिक
मेवाड़ के शासक रावल रतन सिंह Ratan Sinh के काल की प्रमुख घटना चित्तौड़ का प्रथम साका थी।चितौड़ में तीन साके हुए हुए हैं । चितौड़ पर 28 जनवरी , 1303 को दिल्ली के सुल्तान अल्लाउद्दीन खिलजी Allauddin Khilji ने रतनसिंह की रूपवती रानी पद्मिनी Padmini को प्राप्त करने के उद्देश्य ( मलिक मुहम्मद जायसी के पद्मावत के अनुसार ) से आक्रमण किया ।
इस युद्ध में रावल रत्नसिंह मारे गए व रतनसिंह की रानी पद्मिनी ने जौहर किया ।
चितौड़ के इस युद्ध War Of Chittaud में अल्लाउद्दीन की सेना का रतनसिंह के दो वीर सैनिकों गोरा व बादल Gora - Badal ने डटकर सामना किया और अंत में वीरगति को प्राप्त हुए ।
रिश्ते में गोरा पद्मिनी का चाचा तथा बादल भाई थे । इन वीर सैनिकों को याद करने की ट्रिक आपके सामने प्रस्तुत हैं ।
ट्रिक = रतन बा गोरा है। | |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
रतन | रतनसिंह के वीर सैनिक |
बा | बादल |
गोरा | गोरा |
है | ××× |
ट्रिक अकबर के दरबारी कवियों की जो नागौर के थे
मुगल सम्राट अकबर के दरबारी कवि Courtier Poet बीरबल से कौन अंजान है ।
अकबर का यह दरबारी कवि अकबर के नवरत्नों में शामिल था जो राजस्थान के नागौर जिले से था ।
अकबर के नवरत्नों में से तीन व्यक्ति राज्य के नागौर जिले से थे उनमें बीरबल Birbal को छोड़कर अबुल फजल और फैजी भी नागौर जिले से थे।
बीरबल का वास्तविक नाम महेश पनवाड़ी था और ये अकबर का प्रशासक Administrator व हिन्दी का प्रमुख कवि भी था ।
अबुल फजल सरकारी इतिहासकार Government Historian तथा फैजी दार्शनिक एवं इतिहासकार था । आज में आपको अकबर के नवरत्नों की एक ऐसी ट्रिक देने जा रहा हूँ जो राजस्थान के नागौर जिले से थे ।
ट्रिक को आप समझ सकते है " नाग अभी अभी फंस गया है ।
दोस्तो इस ट्रिक को आगे विस्तार से समझाया गया है ।
ट्रिक = नाग अबी फसा। | |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
नाग | नागौर के रहने वाले अकबर के दरबारी |
अ | अबुल फजल |
बी | बीरबल |
फसा | फैजी |
अजमेर जिले के सामाजिक कार्यकर्ताओं की Trick
दोस्तो ! राजस्थान Short ट्रिक का आपको नमस्कार ।मुझे अच्छा लग रहा है आपका सहयोग करते हुए और आप भी लगातार मेरा सहयोग करते हुए मेरे साथ बने हुए हो , इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।
मेरी हमेशा कोशिश रहती है मैं तुम्हारे लिए ऐसी ऐसी हिन्दी में जीके ट्रिक लाऊँ जो आपके काम आये ।
General Knowledge की Short Trick की अगली कड़ी में आज आपके सामने है , अजमेर Ajmer जिले के सामाजिक कार्यकर्ता Social Functionary ।आप जैसे दोस्त बुलाते है " हरचंद यहाँ आजा " ।आगे ट्रिक को विस्तार से बताया जा रहा है ।
ट्रिक = आजा हरचंद। | |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
आजा | अजमेर में कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाने वाले |
हर | हरविलास शारदा |
चंद | चांदकरण शारदा |
अकबर के समकालीन मेवाड़ी शासक
मेवाड़ जैसे छोटे से राज्य ने भारत के महानतम विजेता व मुगल साम्राज्य निर्माता सम्राट अकबर का विरोध किया । अकबर का ये विरोध उदयसिंह ने शुरू किया तथा प्रताप और अमरसिंह ने भी इसी रास्ते का अनुसरण किया ।
ये तीनो शासक अकबर के समकालीन Contemporary थे । मेवाड़ महाराणा उदयसिंह ने उदयपुर नगर की 1559 ई. में नींव रखी । Udaysinh उदयसिंह ने मालवा के के पदच्युत शासक राजबहादुर को शरण देकर अकबर के लिए चित्तौड़ पर आक्रमण का अवसर दे दिया ।
अकबर ने 25 फरवरी , 1568 को किले पर अधिकार कर लिया ।
28 फरवरी , 1572 ई. को गोगुन्दा में उदयसिंह का देहांत हो गया ।
उदयसिंह की मृत्यु के बाद , जालोर के अखैराज व ग्वालियर के रामसिंह के विरोध के बावजूद जगमाल को राजगद्दी पर बैठा दिया। परन्तु प्रमुख सरदारों की सहमति से गोगुन्दा में महाराणा प्रताप को राज सिंहासन पर बिठाया गया ।
अकबर की पहल पर 1572 से 1573 तक प्रताप से समझौते के लिए चार प्रयत्न हुए । लेकिन चारों प्रयत्न असफल हुए । 19 जनवरी , 1597 को चावंड में प्रताप का देहांत हुआ। प्रताप के देहांत के बाद अमरसिंह का राज्याभिषेक किया गया ।
प्रस्तुत है अकबर के समकालीन मेवाड़ महाराणाओं की ट्रिक ।
ट्रिक = U P A (यूपीए गठबंधन)। | |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
U | उदयसिंह |
P | प्रताप |
A | अमरसिंह |
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राजस्थान के भामाशाह
राजस्थान के प्रमुख तीन भामाशाह जिन्होनें अपने लक्ष्य की पूर्ति के लिए तन,मन के साथ ही अपनी पारिवारिक संपत्ति भी न्यौछावर कर दी
राज्य के स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों Revolutionaries , जनता people और भामाशाहों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा ।
भामाशाहों में नृसिंह दास अग्रवाल , दामोदर दास राठी और घीसुलाल जाजोडिया का महत्वपूर्ण स्थान हैं ।
नृसिंह दास अग्रवाल नागौर जिले से थे तथा दामोदर दास राठी व घीसुलाल जाजोडिया अजमेर (ब्यावर ) जिले से थे । राजस्थान के भामाशाहों के नाम और जिस जिले से थे याद करने की शॉर्ट ट्रिक हिन्दी में आपके लिए बनाई है ।
दोस्तो हमारी मेहनत अधिकाधिक साथियों के काम आये इसके लिए आपका एक Share तो बनता हैं ।
ट्रिक = नरना दाम घीसा ब्यावर। | |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
नरना | नृसिंह दास अग्रवाल ,नागौर के थे |
दाम | दामोदर दास राठी और |
घीसा | घीसूलाल जाजोडिया |
ब्यावर | ब्यावर के थे |
अंग्रेजों को खिराज नहीं देने वाली रियासतें
राजस्थान की सभी रियासतें Homestead Of Rajasthan अंग्रेजों को खिराज देती थी सिवाय बीकानेर रियासत Bikaner Homestead , जैसलमेर रियासत Jaisalmer Homestead तथा किशनगढ़ रियासत Kishangadh Homestead के ।राज्य की केवल ये तीनों रियासतें थी जो अंग्रेजों को खिराज नहीं देती थी ।
इन रियासतों को याद करने के लिए राजस्थान Short ट्रिक लाया हैं ऐसी ट्रिक जो एकबार में ही कंठस्थ हो जाए ।
ट्रिक को इस प्रकार समझे की जयकिशन नाम का व्यक्ति खीरे बेचने गया लेकिन उसके खीरे नही बिके ।
चलिये आगे ट्रिक का विस्तार दिया जा रहा है ।
ट्रिक = खीरा नी,बिकिया जैकिशन । | |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
खीरा नी | खिराज नहीं देने वाले |
बिकिया | बीकानेर |
जै | जैसलमेर |
किशन | किशनगढ़ |
अकबर द्वारा स्थापित सैनिक छावनियां
मेवाड़ की घाटियो में अकबर द्वारा स्थापित सैनिक छावनियां?अकबर ने अपने साम्राज्य Monarchy विस्तार के साथ ही उसे सुचारु रूप से संचालित करने के लिए राजस्थान में चार सैनिक छावनियां Solider Cantonment स्थापित की थी ।
अकबर ने देवल ( डूंगरपुर ) , दिवेर ( राजसमंद ) , देबारी ( उदयपुर ) , और देसूरी ( पाली ) में सैनिक छावनियां स्थापित की ।
मुगल सम्राट अकबर ने राजस्थान में जिन जिन स्थानों पर सैनिक छावनियां Solider Cantonment Erected स्थापित की उसके लिए हमने hindi में Short ट्रिक बनाई है ।
आका देव दिवा दबा दे कितनी आसान ट्रिक हैं ।
तो दोस्तो शेयर जरूर करे ।
ट्रिक = आका देव दिवा दबा दे। | |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
आका | अकबर द्वारा स्थापित |
देव | देवल (डूंगरपुर) |
दिवा | दिवेर (राजसमंद) |
दबा | देबारी (उदयपुर) |
दे | देसूरी (पाली) |
नागौर दरबार मे अधीनता स्वीकार करने वाले शासक
अकबर ने 1570 ई. में नागौर में दरबार Nagaur Darbar लगाया ।
राव कल्याणमल Rao Kalyanmal ने 1544 ई. में बीकानेर का शासन संभाला ।कल्याणमल बीकानेर के पहले शासक थे जिन्होंने अकबर के नागौर दरबार 1570 में उपस्थित होकर अकबर की अधीनता Docility स्वीकार की एवं मुगलों से वैवाहिक Marital संबंध स्थापित किये ।
इसके साथ ही कल्याणमल ने अपने छोटे पुत्र पृथ्वीराज को अकबर की सेवा में छोड़ दिया ।
पृथ्वीराज विष्णु भक्त एवं उच्च उच्च कोटि का कवि था । नागौर दरबार में कल्याणमल अपने दो पुत्रों पृथ्वीराज तथा रायसिंह के साथ उपस्थित हुआ था ।
अकबर के नागौर दरबार में कल्याणमल के अलावा जैसलमेर के शासक हरराय भी उपस्थित हुए और मुगलों की अधीनता स्वीकार कर अपनी पुत्री का विवाह अकबर के साथ किया ।
तो दोस्तो अकबर के नागौर दरबार 1570 में जो शासक उपस्थित हुए उनकी ट्रिक हिन्दी में दी जा रही हैं ।
ट्रिक = बिका रो जैसो हारियो। | |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
बिका रो | बीकानेर नरेश कल्याणमल व उसका पुत्र (रो) रायसिंह |
जैसो हारियो | जैसलमेर नरेश हररायसिंह |
राजस्थान के ठिकानों की Short Trick
स्वतन्त्रता प्राप्ति के समय तक राजस्थान में 19 देशी रियासतें , 3 ठिकाने तथा 2 केंद्र शासित प्रदेश थे। लावा , नीमराना व कुशलगढ़ ये तीनो ठिकाने थे। इन ठिकानों को आप " नीला कुशल " ट्रिक द्वारा बिना भूले याद रख पाओगे। नीचे इस Trick का विस्तार किया गया हैं।
ट्रिक = नीला कुशल । | |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
नी | नीमराणा |
ला | लावा |
कुशल | कुशलगढ़ |
रायमल के पुत्र ,जिनमे उत्तराधिकार के लिए संघर्ष हुआ?
राणा रायमल के तीन पुत्र थे , महाराणा सांगा , पृथ्वीराज तथा जयमल । राणा रायमल की मृत्यु के बाद उत्तराधिकार हेतु इन तीनों भाइयों के बीच संघर्ष चला।
Trick द्वारा राणा रायमल के पुत्र जिनमें उत्तराधिकार हेतु संघर्ष हुआ को याद रख सकते हो।
Short Trick इस प्रकार है " रायमल संघ जाय परी "ट्रिक = रायमल संग जाय परी । | |
ट्रिक शब्द | ट्रिक विवरण |
रायमल | रायमल के पुत्र जिनमे संघर्ष हुआ |
संग | राणा सांगा |
जाय | जयमल |
परी | पृथ्वीराज |
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