बुधवार, 2 अगस्त 2017

संज्ञा

संज्ञा परिभाषा एवं प्रकार


परिभाषा - किसी व्यक्ति , वस्तु , स्थान या भाव का बोध कराने वाले शब्दों को संज्ञा के नाम से जाना जाता हैं।
जैसे - हितेश , हवामहल , जयपुर , सुन्दरता आदि।
हितेश - व्यक्ति का नाम
हवामहल - वस्तु का नाम
जयपुर - स्थान का नाम
सुंदरता - भाव या गुण का नाम


संज्ञा के प्रकार

संज्ञा के पांच प्रकार हैं।
(1) जातिवाचक संज्ञा
(2) व्यक्ति वाचक संज्ञा
(3) भाववाचक संज्ञा
(4) समूहवाचक संज्ञा
(5) द्रव्य वाचक संज्ञा

लेकिन मुख्य रूप से संज्ञा के तीन प्रकार हैं। समूह वाचक तथा द्रव्य वाचक संज्ञा को भाववाचक संज्ञा के अंतर्गत माना गया हैं।
(1) जातिवाचक संज्ञा
जिन संज्ञाओं से किसी जाति के सम्पूर्ण व्यक्तियों , वस्तुओं , स्थानों आदि का बोध होता है , जातिवाचक संज्ञाएँ कहलाती हैं। 
जैसे -
लड़का - एक खास अवस्था वाले मानवों की एक जाति। योगेश , जितेंद्र , विनोद आदि।
भैंस - जानवरों की एक जाति । काली , भूरी , खुंडी आदि।
पर्वत - इसके अंतर्गत सभी पर्वत आएँगे। हिमालय , आल्प्स आदि।
नदी - इसमें सभी नदियाँ आएँगी । ग
गंगा , यमुना , कृष्णा आदि।
शहर - इसके अंतर्गत सभी शहर आएंगे। जयपुर , बनारस , दिल्ली आदि

(2) व्यक्ति वाचक संज्ञा
जिस संज्ञा शब्द से किसी खास व्यक्ति , वस्तु या स्थान का बोध हो , व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाती हैं।
व्यक्तिवाचक संज्ञा से किसी सामान्य का नहीं अपितु विशेष का बोध होता है।
उदाहरण -
व्यक्तियों के नाम - हरचन्द , शिव कुमार , विनोद
देशों के नाम - भारत , अमेरिका , श्रीलंका
शहरों के नाम - जयपुर , बनारस , कानपुर
पर्वतों के नाम - हिमालय , अरावली , आल्पस
त्योहारों के नाम - होली , दीपावली , ईद
नदियों के नाम - गंगा , यमुना , सुकल
दिशाओं के नाम - पूर्व , दक्षिण , पश्चिम
दिनों के नाम - सोमवार , मंगलवार , बुधवार
महीनों के नाम - जनवरी , फरवरी , मार्च
पुस्तकों के नाम - रामायण , कुरान , बाईबल

(3) भाववाचक संज्ञा
जिस संज्ञा शब्द से व्यक्तियों , प्राणियों या वस्तुओं के गुण , धर्म , दशा , आकार , कार्य , भाव आदि का बोध हो , भाववाचक संज्ञा कहलाती हैं।
उदाहरण -
बीमारी , लम्बाई , बचपन , बुढापा , पतन , सुंदरता , निजत्व , बहुतायत , प्रेम , गर्मी आदि।

भाववाचक संज्ञा का निर्माण

(१) जातिवाचक संज्ञा से
लड़का लड़कपन
बच्चा बचपन
गुरु गौरव
इंसान इंसानियत
बूढ़ा बुढ़ापा
व्यक्ति व्यक्तित्व
दानव दानवता
चोर चोरी

(२) सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा
निज निजत्व
स्व स्वत्व
सर्व सर्वस्व
अपना अपनापन
आप आपा

(३) विशेषण से भाववाचक संज्ञा
मीठा मिठास
चतुर चतुराई
सरल सरलता
ऊँचा ऊँचाई
काला कालापन
छोटा छुटपन
वीर वीरता
नम्र नम्रता
विधवा वैधव्य
बहुत बहुतायत

(४) क्रिया से भाववाचक संज्ञा
जीना जीवन
चलना चाल
सजाना सजावट
पूजना पूजा
हँसना हँसी
गाना गान
पीना पान
खेलना खेल
बैठना बैठक
पहचानना पहचान

(५) अव्यय से भाववाचक संज्ञा
मना मनाही
समीप सामीप्य
निकट निकटता
ऊपर ऊपरी
नीचे निचाई
दूर दूरी


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